मगर हर चीज मुकम्मल करने के लिए जरूरत है तेरी। हम दुश्मनी करे या मोहब्बत दिल से करते है “वो पसंद ही क्या? जिसको पसंद आने के लिए खुद को बदलना पड़े…” दूर होकर भी?लगता है…? जैसे ?? तू हर पल ?मेरे पास है Add a Word document with your https://shayarihindimovie78888.muzwiki.com/6322683/5_simple_statements_about_shayari_on_karma_explained